मेरी याद तुझे भी याद तो होगी ....... संजय शौर्य
सबक जो सीखे कुछ हुनर कुछ भूल होंगे ।
चले होंगे बिन हमारे जब उन रास्तों पे जानशीं।।
चुभे मेरी यादों के कुछ काटें तो कुछ फूल होंगे ।।
खामोश होंगे पतझड़ में दरख्त के पत्ते जमीं पर ।।
कुछ उनकी नेकी तो कुछ उनके भी उसूल होंगे ।।
कोशिश जितनी भी करेंगे वो खुश खुद को दिखाने की ।
हर नक्श उनके झूठे हर जतन फिजूल होंगे ।
चले होंगे बिन हमारे जब उन रास्तों पे जानशीं।।
चुभे मेरी यादों के कुछ काटें तो कुछ फूल होंगे ।।
खामोश होंगे पतझड़ में दरख्त के पत्ते जमीं पर ।।
कुछ उनकी नेकी तो कुछ उनके भी उसूल होंगे ।।
कोशिश जितनी भी करेंगे वो खुश खुद को दिखाने की ।
हर नक्श उनके झूठे हर जतन फिजूल होंगे ।
Comments
Post a Comment