अयाशियों, झूठी यारियों में ज़िंदगी बीनने, दिन गिनने वाले क्या जाने के बंद कमरों में घुटने का दर्द क्या होता है ? बस बसंत की रंगत महक और मौसम की चाह रखने वाले क्या जाने के पतझड़ में शाखों से पत्ते टूटने का दर्द क्या होता है ? पल पल हर किसी को मझधार, में छोड़ देने वाले क्या जाने के भरी भीड़ में अपनों के बिछुड़ने का दर्द क्या होता है ? सिसकियों की खिल्लीयां उड़ाने वाले जज़्बात किसी के न समझने वाले क्या जाने के सुर्र्ख गालों पर आंसुओं के सूखने का दर्द क्या होता है ? मलमल की ओढ़न में बदन ढाँक के सोने वाले क्या जाने के झीने से बिछोने में सिकुड़ने का दर्द क्या होता है ? मैकदे की मदहोश रंगी रातों में जिंदगी की शामें गुजारने वाले क्या जाने के टूटे पैमानों को चुनने - बीनने का दर्द क्या होता है ? image and text is subject to copyright of blogger