आजादी की आदतें

ज्यादा कुछ नहीं करना  ।
कोई बधाई नहीं देनी ।
कोई ज्ञान नहीं देना ।
आज से कुछ आदतें बदलनी हैं ।
लेकिन साल बदलने पर जैसे नए रेज्युलूशन लेते हैं वैसे नहीं ।
कुछ अलग
इस मिट्टी के लिए इस देश के लिए ।
अपने लिए और आजादी के
नये मायने हासिल करने के लिए 
कुछ आदतें बदलनी हैं ।
वो आदतें जो साल भर
देश को कूड़ा घर बनाती हैं
वो आदतें जो बमुश्किल जाती हैं ।
वो आदतें जो किसी धर्म का अपमान करवाती हैं
और बस खुद को श्रेष्ठ बताती हैं ।
वो आदतें जो साम्प्रदायिक हो जाती हैं ।
वो आदतें जो मुद्दों से नजरें बचाती हैं ।
वो जो किसी का भक्त बनाती हैं,
सच पर झूठ का मुखोटा ढक जाती हैं ।
वो आदतें जो दिल मे झूठी शान पनपाती हैं ।
ज्यादा कुछ नहीं करना  ।
कोई बधाई नहीं देनी ।
कोई ज्ञान नहीं देना ।
आज से कुछ आदतें बदलनी हैं ।
Isse pehle ki desh badalne  ka jhutha natak ham karein,
Aadatein badlo khudko badalne ki,
*********जय हिन्द*****************
शहीदों और स्वतंत्रता के असली नायकों को शत शत नमन।

$anjay
15 अगस्त 2017
07:18am
Kolkata

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