तलाश ए मोहब्बत
उसने मुझे मयखाने में ढूंढा
पर्दानशी हर तैखाने में ढूंढा
गिरफ्त थे हम उसी के अंशुमन में
उसने हमें सरे ज़माने में ढूंढा
सोचते रहे बस हम ही करीब ए दिल उसके
और उसने हमें अपने हर नए दीवाने में ढूंढा
बरकत थी उसकी हर हंसी हमारी
इश्क़ को उसने बस खजाने में ढूंढा ।
#बज़्म #shayari
SanjayShaurya
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