सुपुर्दगी

रुकती कहां है लहरें
साहिल पर टकराने के बाद 
ठहरती कहां है नजरें
उनसे मिल जाने ने बाद 
ये प्यार ये अदब और ये सुपुर्दगी
किसी में ना दिखी उनके मिल जाने के बाद ।।

#SanjayShaurya

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